Thursday, March 14, 2019

सलाह

जलो कि प्रकाश हो
ह्रदय विस्तृत जैसे आकाश हो। 

लोगों से मिलो ऐसे कि जब न मिलो, 
तो तुम्हारी तलाश हो। 

पथ्थरों संग गर जीना पड़े 
तो जियो ऐसे कि कोई संगतराश हो। 

लफ़्ज़ साथ दें गर तो ही कुछ कहना 'शजर'
तुम ख़ामोशी से बात करने के नक्काश हो।

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                                               ताबिश नवाज़ 'शजर'

[संगतराश = Sculptor, संग = stone, तराश = to polish, to shape]
[नक्काश = Artist]



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